धर्मांतरण के आरोप को लेकर स्थानीय लोगो की शिकायत पर थाना पुरोला में मुकदमा दो दिन पहले दर्ज हो गया था।
लेकिन गिरफ्तारी न होने से स्थानीय लोग आक्रोश में है।
इसके साथ ही धर्मांतरण करवाने के आरोपियों वाले NGO की तरफ से की गयी क्रोस शिकायत से भी स्थानीय लोग आक्रोश में है।
राज्य सरकार के धर्मांतरण कानून लागू करने में यह पहला मामला है जो अब लगातार उग्र होते जा रहा है।
स्थानीय लोगों आरोप लगाते हुए बताया है कि तीन दिन पहले पुरोला के देवढुंग गावं में एक निर्माणाधीन भवन में एक विशेष धर्म के NGO द्वारा कुछ स्थानीय लोगो को आयोजन में बुला कर धर्म परिवर्तन करने को अंजाम दिया जा रहा था।
जिसकी भनक स्थानीय लोगो के साथ विश्व हिन्दू परिषद के सदस्यों को लग गयी, जिस पर दोनों पक्षों में खूब बबाल भी हुआ था और एक बुजुर्ग महिला जख्मी भी हुई थी।
यह मामला धर्मांतरण कानून के अंतर्गत पुरोला थाने में तहरीर दी गयी लेकिन उलटा विश्व हिन्दू परिषद और दो पत्रकारों के खिलाफ कुल पांच सदस्यों पर नामजद रिपोर्टे पुरोला थाने में दर्ज की गयी।
जिससे मामला और ज्यादा भड़क गया है, प्रदर्शनकारियों का कहना है कि NGO और इनसे जुड़े मारपीट करने वाले लोगों के खिलाफ कारवाही नही की जाती तो प्रधान और उग्र किया जाएगा।

